ना पैसा लगता हैं*
ना ख़र्चा लगता हैं
" *याद तो करे "
*बड़ा अच्छा लगता हैं
महफील भले ही प्यार करने वालो की हो,*
*उसमे रौनक तो दिल टुटा हुआ शायर ही लाता है।
जिन्दगी को कभी तो खुला छोड़ दो जीने के लिए .....
*बहुत सम्भाल के रखी चीज़ वक्त पर नहीं मिलती ......
नहीं फुर्सत यकीं मानो हमें कुछ और करने की
तेरी यादें, तेरी बातें बहुत मसरूफ़ रखती है
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